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Inspirational Story in Hindi | Technology - आज की बनावटी दुनिया!

 

Technology - आज की बनावटी दुनिया!


आज हर इंसान independent बनना चाहता है independent रहना चाहता है पर सिर्फ financially independent बनना काफी है। यह सवाल इसलिए क्योंकि आज लोग financially independent तो बन रहे है पर mentally independent नहीं बन पा रहे हैं। इसका कारण टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग है इसमें कोई दो राय नहीं है कि आज का युग टेक्नोलॉजी का है। अगर अपने future और life को बेहतर बनाना है तो टेक्नोलॉजी का उपयोग करना जरूरी है। पर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कितना हद तक सही है। क्या हर कार्य में इसका इस्तेमाल जरूरी है? इस पोस्ट में हम यही जानने की कोशिश करेंगे कि आज के बनावटी दुनिया में इंसान कितना बदल गया है।

By motivyatra 


आज इंसान independent बनते बनते कब dependent बन जा रहा है उसे खुद एहसास नहीं हो रहा है। क्योंकि टेक्नोलॉजी आज लोगों के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है जिसके इस्तेमाल के बिना आज जीना बहुत मुश्किल है। आज बचपन, रिश्ते-नाते सब टेक्नोलॉजी में बंद होकर रह गया है। किसी को बर्थडे विश करना हो, एनिवर्सरी विश करना हो या किसी के प्रति शोक संवेदना प्रकट करना हो यह सब technology से ही हो रहा है। अगर समय है फिर भी कोई जाकर विश नहीं करता, कोई जाकर शोक संवेदना प्रकट नहीं करता। अगर टेक्नोलॉजी को आज के मनुष्य का हृदय कहा जाए तो गलत नहीं होगा। और इसे जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने वाला इंसान ही है। किसी भी चीज का इस्तेमाल करना उतना ही सही होता है, जितना जरूरी है। जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने से इंसान उस device का गुलाम बन जाता है। और यही आज के युग की सच्चाई है इंसान आज टेक्नोलॉजी का गुलाम बन चुका है। आज लोग एक दिन एक घंटे भी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के बिना नहीं रह पाते हैं।
आज लोग तरह-तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं। ज्यादातर बीमारियों का कारण मानसिक तनाव है। आज का youth सबसे ज्यादा depression का शिकार हो रहा है जिसका कारण कहीं ना कहीं टेक्नोलॉजी भी है। क्योंकि इंसान को खुद पर कंट्रोल नहीं है। जिसकी वजह से लोग अपनी जीवनशैली पर अच्छे से ध्यान नहीं दे पा रहे हैं, अपने स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रख पा रहे हैं।

यह जीवन बहुत कीमती है जीवन में कुछ करने के लिए mentally independent रहना बहुत जरूरी है। तभी इंसान अपने लक्ष्य के लिए कार्य कर पाएगा। और financially independent बन पाएगा। जब इंसान mentally independent रहता है तो वह समझ पाता है कि उसको किस चीज की जरूरत कितनी है और कौन सा चीज कितना इस्तेमाल करना चाहिए? टेक्नोलॉजी हमारे जीवन को आसान जरूर बनाता है पर हमारी पीड़ा को नहीं हरता। 




आज लोग जितना टेक्नोलॉजी पर विश्वास कर रहे हैं, उतना वह खुद पर भी नहीं कर रहे हैं। छोटे से छोटे problem का salution खुद से करने की वजह लोग टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से कर रहे हैं। आज इंसान सोचता है कि वह modern हो गया है independent हो गया है अपने problem को टेक्नोलॉजी की मदद से चुटकियों में solve कर दे रहा है। पर ऐसा सोचना इंसान की सबसे बड़ी गलतफहमी है और कुछ नहीं। आज इंसान independent नहीं है पूरी तरह वह टेक्नोलॉजी पर depend हो चुका है।

पहले के लोगों के पास technology नहीं थी वेलोग अपने दिमाग से और अपने मेहनत से बड़े बड़े कामों को अंजाम दिया करते थे। उनके सोचने की शक्ति आज की तुलना में कई गुना अधिक थी वह सूचना प्राप्त करने के लिए कितनी किताबें पढ़ जाया करते थे। जिससे उनको अपने सवालों का जवाब तो मिलता ही था साथ ही साथ और भी बहुत सी जानकारियां प्राप्त हो जाती थी। 

ऐसा नहीं है की ये सारा कार्य आज असंभव है या आज का व्यक्ती नहीं कर सकता है। आज technology से हर information को आसानी से जाना जा सकता है चाहे वह आपके पढ़ाई से जुड़ा हो या आपके career से जुड़ा हो सारी सूचना इससे हासिल किया जा सकता है। लेकिन इसका सदूपयोग किया जाए तो अपनी जीवन शैली को बेहतर बनाने के लिए इसका उपयोग किया जाए तो। आज technology मनुष्य की मजबूती भी है और कमजोरी भी है तय आपको करना है की आप इसका इस्तेमाल किस लिए कर रहे हैं कितना कर रहे है इससे आपको क्या फायदे हो रहे हैं। 

आप technology का इस्तेमाल कीजिए पर साथ ही साथ अपने Brain power को भी मत भूलिए। पहले आप किसी भी काम को खुद से करने की कोशिश करिए यह सोचकर नहीं की कोई बात नहीं नही होगा तो technology है न। बल्कि यह सोचकर कोशिश करिए की मैं कर सकता/सकती हूं। जब आपको लगे की technology का इस्तेमाल करना अब जरूरी है तब आप इसका इस्तेमाल कीजिए।
हर छोटे बड़े काम में technology का इस्तेमाल करने से आपका दिमाग सीमित होते जाता है इसकी क्षमता कम होने लगती है क्योंकि दिमाग से काम नहीं लेने की वजह से आपका दिमाग धीरे धीरे comfort zone में चला जाता है। फिर दिमाग को विकसित कर पाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए आप टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल जरूरत पड़ने पर कीजिए। लेकिन इसका गुलाम मत बनिए।








हमें उम्मीद है कि आपको आज का हमारा post पसंद आया होगा। इस पोस्ट में आपने जाना कि हमें टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल उतना ही करना चाहिए, जितना जरूरी हो। जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने से इंसान mentally independent नहीं रहता। एक तरह से इंसान उस device का गुलाम बन जाता है। इस आर्टिकल का मकसद यह बताना है कि हमें कभी भी अपने Brain power को नहीं भूलना चाहिए। किसी भी काम को पहले खुद से करने की कोशिश करनी चाहिए फिर जरूरत के अनुसार technology का इस्तेमाल करना चाहिए। हमें financially independent तो बनना है। पर साथ ही साथ mentally independent भी रहना है।











































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